Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jun 2024 · 1 min read

*विश्वकप की जीत – भावनाओं की जीत*

हार जीत से महत्वपूर्ण
होती हैं भावनाएं
कर देती है हमें भाव विभोर
जब भी कुछ ऐच्छिक फल पाएं
क्रिकेट मैच पहली बार
नहीं जीते हम
लेकिन इस बार ही हुई
खिलाड़ियों की आंखें नम
इसी विश्वकप में हमने
बहुत से मैचों में विजय पाई
हर चैनल ने थोड़ी देर खबर भी चलाई
लेकिन आंसू नहीं आए
तब तो किसी की आंखों में
था नहीं इतना आवेश
तब तो किसी की बातों में
किसी ने ज़्यादा ख़ुशी भी
नहीं मनाई तब
खबर जब जब जीत की
थी आई जब
लेकिन आज जब हम
विश्वकप जीत गए
पा गए मंज़िल को
थे जिसे पहले अधूरा छोड़ गए
सभी की भावनायें
जागृत हो गई है आज
संपूर्ण भारत मानों
दिवाली मना रहा हो आज
किसी के चेहरे पर हंसी है
किसी की आंखों से
ख़ुशी के आंसू बह रहे हैं
कोई मिल रहे गले
कोई पटाखे चला रहे हैं
एक सौ चालीस करोड़ लोगों की
भावनायें है चरम पर आज
छोटा बड़ा, अमीर गरीब
बच्चा बूढ़ा, महिला पुरुष
सब बेहद बेहद खुश है आज
है उत्सव का माहौल चारों ओर
दिख नहीं रहा भीड़ का दूसरा छोर
इन भावनाओं ने ही दिया है
इस नायब उत्सव को जन्म आज
वरना ये रात भी नहीं है अलग
पिछले कल की रात से आज।

6 Likes · 3 Comments · 187 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
View all
You may also like:
धीरे धीरे उन यादों को,
धीरे धीरे उन यादों को,
Vivek Pandey
सब कुछ मिट गया
सब कुछ मिट गया
Madhuyanka Raj
मुझे प्यार हुआ था
मुझे प्यार हुआ था
Nishant Kumar Mishra
देहदान का संकल्प (सौहार्द शिरोमणि संत सौरभ पर अधारित)
देहदान का संकल्प (सौहार्द शिरोमणि संत सौरभ पर अधारित)
World News
"प्रकाशित कृति को चर्चा में लाने का एकमात्र माध्यम है- सटीक
*प्रणय*
बीते हुए दिन
बीते हुए दिन
rubichetanshukla 781
*दोहा*
*दोहा*
Ravi Prakash
जय हो जय हो महादेव
जय हो जय हो महादेव
Arghyadeep Chakraborty
किसी ने प्रेरित किया है मुझे
किसी ने प्रेरित किया है मुझे
Ajit Kumar "Karn"
हमें मजबूर किया गया 'अहद-ए-वफ़ा निभाने के लिए,
हमें मजबूर किया गया 'अहद-ए-वफ़ा निभाने के लिए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
ਮਿਲੇ ਜਦ ਅਰਸੇ ਬਾਅਦ
ਮਿਲੇ ਜਦ ਅਰਸੇ ਬਾਅਦ
Surinder blackpen
माशा अल्लाह, तुम बहुत लाजवाब हो
माशा अल्लाह, तुम बहुत लाजवाब हो
gurudeenverma198
" पैसा "
Dr. Kishan tandon kranti
कैमिकल वाले रंगों से तो,पड़े रंग में भंग।
कैमिकल वाले रंगों से तो,पड़े रंग में भंग।
Neelam Sharma
लिखते रहिए ...
लिखते रहिए ...
Dheerja Sharma
मात्र नाम नहीं तुम
मात्र नाम नहीं तुम
Mamta Rani
मंजिल के जितने नजदीक होगें , तकलीफ़ें और चुनौतियां उतनी ज्या
मंजिल के जितने नजदीक होगें , तकलीफ़ें और चुनौतियां उतनी ज्या
Lokesh Sharma
दोहा- छवि
दोहा- छवि
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
अन्तर्मन की विषम वेदना
अन्तर्मन की विषम वेदना
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
" जय भारत-जय गणतंत्र ! "
Surya Barman
4163.💐 *पूर्णिका* 💐
4163.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
नेता पलटू राम
नेता पलटू राम
Jatashankar Prajapati
छुपा सच
छुपा सच
Mahender Singh
रिश्ते
रिश्ते
Punam Pande
*शिक्षा*
*शिक्षा*
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
मुक्तक – आज के रिश्ते
मुक्तक – आज के रिश्ते
Sonam Puneet Dubey
डॉ अरुण कुमार शास्त्री -
डॉ अरुण कुमार शास्त्री -
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बन गई हो एक नगमा।
बन गई हो एक नगमा।
Kumar Kalhans
मैं कुछ सोच रहा था
मैं कुछ सोच रहा था
Swami Ganganiya
Loading...