*विवाह की वर्षगाँठ (अतुकांत हास्य-कविता)*
विवाह की वर्षगाँठ (अतुकांत हास्य-कविता)
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हमारे एक मित्र ने अमेरिका में होटल खोला
और वहाँ के नव-विवाहिता जोड़ों का दिल इस तरह टटोला :
“अगर आप हनीमून हमारे होटल में मनाएँगे,
तो अगले पचास वर्ष तक आपके विवाह की वर्षगाँठ पर हम आपको
अपने होटल में मुफ्त में ठहराएँगे।
दो रात – तीन दिन का खर्च भोजन सहित उठाएँगे।
सुनकर मैंने मित्र से कहा : “क्या अपना दिवाला निकालेगा,
पचास साल तक इन्हें मुफ्त में ठहराकर भला क्या कमा लेगा ?”
मित्र ने हँस कर कहा :”बन्धुवर !
तुम भारत में रहते हो, अमरीका को नहीं जानते
पति और पत्नी यहाँ छह महीने के बाद एक दूसरे को नहीं पहचानते ।
भारत की तरह यहाँ कोई अपनी शादी की स्वर्ण – जयन्ती मनाने पचास साल बाद नहीं आएगा ,
बहुत हुआ तो पहली वर्षगांठ मन पाएगी उसके बाद तो तलाक हो ही जाएगा ”
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रचयिता :रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451