विधा का हैं ज्ञान नही
विधा का हैं ज्ञान नही
लिखता हूं तुकांत
भाव पुर्ण विचारों पर
लिख दिया मै बात
पढ़ना हो तो पढ़िये
कर हृदण स्वीकार
साठ वर्ष के उम्र पर
क्या पढुंगा यार
दया की वीणा धारणी
लेखनी दी गणेश
वाणी शक्ति, बुद्धि पर
बनता है मम लेख
विधा का हैं ज्ञान नही
लिखता हूं तुकांत
भाव पुर्ण विचारों पर
लिख दिया मै बात
पढ़ना हो तो पढ़िये
कर हृदण स्वीकार
साठ वर्ष के उम्र पर
क्या पढुंगा यार
दया की वीणा धारणी
लेखनी दी गणेश
वाणी शक्ति, बुद्धि पर
बनता है मम लेख