विधाता छंद पर आधारित* विधाता* पिता
?पितृदिवस की हार्दिक बधाई व अनंत शुभकामनाएं ?
खड़ा बीच में पीर के,बनकर इक दीवार।
दुनिया में सबसे अतुल,मातु-पिता का प्यार।।
? अटल मुरादाबादी ?
पितृदिवस की हार्दिक बधाई ?
संप्रेषित है एक गीत ?
पिता जो जन्म देता है,विधाता ही कहाता है।
सिसकता जब कभी बच्चा,गले अपने लगाता है।।
तपन सूरज अगन की हो,
तपन विपदा जलन की हो।
खड़ा वो सामने अड़कर,सभी कुछ वारि जाता है।
पिता जो जन्म देता है,विधाता ही कहाता है।।
समय की चाल हो कैसी,
समस्या हो विकट जैसी।
हमेशा ढाल बनकर वह,विपत्ती से बचाता है।
पिता जो जन्म देता है विधाता ही कहाता है।।
न गुजरे मुफलिसी में ही,
कभी दिन रैन बच्चों की।
छिने जब चैन बच्चों का, सभी दुख से बचाता है।
पिता जो जन्म देता है विधाता ही कहाता है।।
कभी भयभीत हो जब भी,
समय प्रतिकूल हो तब भी।
सिखाकर दाॅव जीवन के,निडर बनना सिखाता है।
पिता जो जन्म देता है विधाता ही कहाता है।।
?अटल मुरादाबादी ?