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1 Apr 2023 · 1 min read

#विदा की वेला

~ #विदा की वेला ~

सभी के भाग्य में ऐसी
शुभ घड़ी कहां होती है
खिलखिलाकर हंसता है जब दिल
और आंख रोती है

सभी के भाग्य में . . . . .

झर-झर झरना प्यार का
दुलार का हो या भंवर
मुस्कुराती खिलखिलाती ज़िन्दगी
तन-मन-वसन भिगोती है

सभी के भाग्य में . . . . .

दूर नदिया पार पीपल छांव
कोई गा रहा
दिल सम्भाले कोई संग गा ले
कैसी अजब चुनौती है

सभी के भाग्य में . . . . .

जिधर से मेरे प्राण लौटें
पलकें बिछीं उस राह पर
प्रेम-अगन का एक दीपक
एक उसकी ज्योति है

सभी के भाग्य में . . . . .

दिल कलेजा काटकर यूं
सौंपते न सी करें
चींटी के काटे पूछते
किस दोष की पनौती है

सभी के भाग्य में . . . . .

दूर बिगाने देस चली वो
नीड़ बसाने इक नया
मेरे जीवन की फुलवारी में जो
सुन्दर सपने बोती है

सभी के भाग्य में . . . . .

रतनधन जब पास में
करवटें बदलती है रात भर
अनजाने को दान देकर
चैन से माँ सोती है

सभी के भाग्य में . . . . . !

#वेदप्रकाश लाम्बा
यमुनानगर (हरियाणा)
९४६६०-१७३१२

Language: Hindi
281 Views
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