विदाई गीत
सेवानिवृत्ति विदाई गीत
आया निकट विदाई का क्षण देखो जीवनकाल में।
यही दुआएं दे रहे हैं खुश रहना हर हाल में।।
जिसने जैसे कर्म किए फल पाया अपने भाग्य से ।
किंतु इतना सच है शिक्षकपद मिलता सौभाग्य से।
शब्दसुमन भरकर लाए हैं जिव्हा की इस थाल में।
यही दुआएं दे रहे हैं…………….
नयन भीगे मुस्कान अधरपर कैसी रीत निभानी है
हैं किरदार एकजैसे पर सबकी अलग कहानी है।
छोटीसी यह भेंट लिए हम तिलक लगाएंभाल में।
यही दुआएं दे रहे हैं………
जीवन की आपाधापी में क्षणक्षण कैसे बीत गए
जिम्मेदारी पूरी करते,करते आखिर जीत गए
इक पग था कर्तव्य मार्ग पर दूजा पग जंजाल में।
यही दुआएं दे रहे हैं…………
✍🏻श्रीमती ज्योति श्रीवास्तव