Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Oct 2021 · 1 min read

विज्ञापन

अविश्वास के जिस्म को
शब्दों का पहनाकर
अपारदर्शी जामा
कहीं उभार
कहीं श्वेत सौन्दर्य का
भ्रम पाल देना।
करना जुगाली शब्दों की।
———————–

Language: Hindi
385 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

सफ़र में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो
सफ़र में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो
पूर्वार्थ
चौपाई छंद गीत
चौपाई छंद गीत
seema sharma
"गुरु का ज्ञान"
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
4757.*पूर्णिका*
4757.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
राजा रंक फकीर
राजा रंक फकीर
Harminder Kaur
धन
धन
रेवन्त राम सुथार
दूरियां
दूरियां
Manisha Bhardwaj
*रोते-रोते जा रहे, दुनिया से सब लोग (कुंडलिया)*
*रोते-रोते जा रहे, दुनिया से सब लोग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
राममय दोहे
राममय दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मैं दिन-ब-दिन घटती जा रही हूँ
मैं दिन-ब-दिन घटती जा रही हूँ
Kirtika Namdev
बेशक संघ ने काम अच्छा किया है, आगे भी करेगा।
बेशक संघ ने काम अच्छा किया है, आगे भी करेगा।
Ajit Kumar "Karn"
#महल का कंगुरा
#महल का कंगुरा
Radheshyam Khatik
कुछ खास शौक नही है मुझे जीने का।
कुछ खास शौक नही है मुझे जीने का।
Ashwini sharma
जे जनमल बा मरि जाई
जे जनमल बा मरि जाई
अवध किशोर 'अवधू'
अगर आपमें क्रोध रूपी विष पीने की क्षमता नहीं है
अगर आपमें क्रोध रूपी विष पीने की क्षमता नहीं है
Sonam Puneet Dubey
#आज_का_कटाक्ष
#आज_का_कटाक्ष
*प्रणय*
बेटा तेरे बिना माँ
बेटा तेरे बिना माँ
Basant Bhagawan Roy
मेरा वजूद
मेरा वजूद
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
ਕੁਝ ਕਿਰਦਾਰ
ਕੁਝ ਕਿਰਦਾਰ
Surinder blackpen
Nonveg-Love
Nonveg-Love
Ravi Betulwala
"वायदे"
Dr. Kishan tandon kranti
एक गिलहरी
एक गिलहरी
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
मेरी मायूस सी
मेरी मायूस सी
Dr fauzia Naseem shad
प्रधानमंत्री जी ने ‘आयुष्मान भारत ‘ का झुनझुना थमा दिया “
प्रधानमंत्री जी ने ‘आयुष्मान भारत ‘ का झुनझुना थमा दिया “
DrLakshman Jha Parimal
राखी का बंधन
राखी का बंधन
अरशद रसूल बदायूंनी
*कर्मफल सिद्धांत*
*कर्मफल सिद्धांत*
Shashi kala vyas
Farishte
Farishte
Sanjay ' शून्य'
दोहा छंद भाग 2
दोहा छंद भाग 2
मधुसूदन गौतम
जब  फ़ज़ाओं  में  कोई  ग़म  घोलता है
जब फ़ज़ाओं में कोई ग़म घोलता है
प्रदीप माहिर
रचो
रचो
Rambali Mishra
Loading...