Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Sep 2024 · 1 min read

विजया घनाक्षरी

शिक्षक

समाज को निखारते, भविष्य को संवारते,
सभी को ज्ञान वारते, वो शिक्षक महान हैं।
नित ठोक ठाककर, तन मन जाँचकर,
गुण-दोष नापकर, सुधारते वो कान हैं।
श्रेष्ठ के वो पक्षधर, सोच में भी हैं प्रखर,
जाने जाते विद्याधर, बड़े ही ज्ञान वान हैं।
शाम हो सवेर तुम, सीखो बेर बेर तुम,
लगाये रहो टेर तुम, वो रीत के विहान हैं।

स्वरचित
-गोदाम्बरी नेगी

Language: Hindi
1 Like · 44 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Godambari Negi
View all
You may also like:
सत्य वह है जो रचित है
सत्य वह है जो रचित है
रुचि शर्मा
बेजुबान तस्वीर
बेजुबान तस्वीर
Neelam Sharma
सपनों में खो जाते अक्सर
सपनों में खो जाते अक्सर
Dr Archana Gupta
* धीरे धीरे *
* धीरे धीरे *
surenderpal vaidya
वो ज़माना कुछ और था जब तस्वीरों में लोग सुंदर नही थे।
वो ज़माना कुछ और था जब तस्वीरों में लोग सुंदर नही थे।
Rj Anand Prajapati
उतार देती हैं
उतार देती हैं
Dr fauzia Naseem shad
श्री राम के आदर्श
श्री राम के आदर्श
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
धुन
धुन
Sangeeta Beniwal
*Lesser expectations*
*Lesser expectations*
Poonam Matia
🥀प्रेम 🥀
🥀प्रेम 🥀
Swara Kumari arya
जो सिर्फ़ दिल की सुनते हैं
जो सिर्फ़ दिल की सुनते हैं
Sonam Puneet Dubey
रहो तुम स्वस्थ्य जीवन भर, सफलता चूमले तुझको,
रहो तुम स्वस्थ्य जीवन भर, सफलता चूमले तुझको,
DrLakshman Jha Parimal
कुछ कदम मैं चलूँ, कुछ दूरियां तुम मिटा देना,
कुछ कदम मैं चलूँ, कुछ दूरियां तुम मिटा देना,
Manisha Manjari
23/208. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/208. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कोशिश करना आगे बढ़ना
कोशिश करना आगे बढ़ना
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कैसी यह रीत
कैसी यह रीत
Dr. Kishan tandon kranti
ना ढूंढ मोहब्बत बाजारो मे,
ना ढूंढ मोहब्बत बाजारो मे,
शेखर सिंह
..
..
*प्रणय*
किसी ने आंखें बंद की,
किसी ने आंखें बंद की,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ये पैसा भी गजब है,
ये पैसा भी गजब है,
Umender kumar
दिनाक़ 03/05/2024
दिनाक़ 03/05/2024
Satyaveer vaishnav
विचारों को पढ़ कर छोड़ देने से जीवन मे कोई बदलाव नही आता क्य
विचारों को पढ़ कर छोड़ देने से जीवन मे कोई बदलाव नही आता क्य
Rituraj shivem verma
दोपाया
दोपाया
Sanjay ' शून्य'
The best way to end something is to starve it. No reaction,
The best way to end something is to starve it. No reaction,
पूर्वार्थ
सामाजिक बहिष्कार हो
सामाजिक बहिष्कार हो
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
एक छोरी काळती हमेशा जीव बाळती,
एक छोरी काळती हमेशा जीव बाळती,
प्रेमदास वसु सुरेखा
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
रससिद्धान्त मूलतः अर्थसिद्धान्त पर आधारित
रससिद्धान्त मूलतः अर्थसिद्धान्त पर आधारित
कवि रमेशराज
किताब
किताब
Sûrëkhâ
*भारत भूषण जैन की सद्विचार डायरी*
*भारत भूषण जैन की सद्विचार डायरी*
Ravi Prakash
Loading...