विचार
किताबें आपकी सच्ची मित्र भी होती हैं और शत्रु भी | यदि सुन्दर विचारों से पोषित किताब आपके पास है तो ये आपकी सर्वश्रेष्ठ मित्र है और यदि किताब में गंदे और कुटिल विचारों का समावेश हुआ है तो ये आपकी शत्रु है | इसलिये उत्तम किताबों का चयन ही आपको इनका मित्र बना सकता है |