विचारों को पढ़ कर छोड़ देने से जीवन मे कोई बदलाव नही आता क्य
विचारों को पढ़ कर छोड़ देने से जीवन मे कोई बदलाव नही आता क्युंकि विचार जीवन मे बदलाव तभी लाता हैं जब विचारों को अपने जीवन मे उतारा जाता है
ऋतुराज शिवम् वर्मा
विचारों को पढ़ कर छोड़ देने से जीवन मे कोई बदलाव नही आता क्युंकि विचार जीवन मे बदलाव तभी लाता हैं जब विचारों को अपने जीवन मे उतारा जाता है
ऋतुराज शिवम् वर्मा