विकास का दीपक जलता रहे,मेरे इस देश में —आर के रस्तोगी
विकास का दीपक जलता रहे,मेरे इस देश में |
घर घर दीवाली मने,हर क्षेत्र और हर वेश में ||
ज्ञान की ज्योति जलते रहे,कोई भी अछूता न रहे |
हर बालक को शिक्षा मिले,कोई भी अनपढ़ ने रहे ||
स्वच्छ भारत हम बनाये,कही भी हम गंदगी न करे |
स्वच्छ हवा स्वच्छ जल,सबको मिले ऐसा प्रयत्न करे ||
इस दिवाली पर प्रण करे,कही भी प्रदुषण न फैलाये |
जो रूठ गये है हमसे,उनको दिवाली पर गले लगाये ||
पोलिथीन से मुक्त हो देश,इसका हम सब बायकाट करे |
खाये कसम इस दिवाली पर,कोई इसका उपयोग न करे ||
करे विदेशी सामान का बायकाट,इसकी खरीदारी न करे |
हर हाथ को रोजगार मिले,हम ऐसी देश में व्यस्था करे ||
कोई भी भूखा न सोये,गरीबी का उन्मूलन करे देश में |
विकास का दीपक जलता रहे,इस हमारे भारत देश में ||
आर के रस्तोगी
गुरुग्राम (हरियाणा)
मो 9971006425