विकल्प की तलाश
लगे आपको
ठीक नहीं हो रहा कुछ भी
उस आपके पास
पहला विकल्प
यह है कि
तलाशिये नये प्रत्यावर्त को
और फिर जब
घुटन होने लगे
फिर तलाशते हुये
नव प्रत्यावर्त
चले जाइये, इस दुनिया से
दूसरा विकल्प
यह है कि
व्यवस्था के विरुद्ध
सवाल उठाइये
बदलिए इसे
और
तीसरा विकल्प
तीसरा विकल्प है ही नहीं
और हां चरण वंदना
विकल्प नहीं, मरण होता