वाह तेरी क्या शान है दुनियां
पत्थर का जिगर फूलो सा बदन वाह तेरी क्या शान है दुनियां
दहशत सोग तड़प भरी जलती हुई शमशान है दुनियां
किसका हाँथ पकड़ के चले किसपे भरोसा हम कर लें
दोस्ती वफा की बात न कर मतलब की इक दुकान है दुनियां
दर्द दबा सीने मे चल अश्क छुपा उठ आह न कर
आयेगा कौन हालात जानने बड़ी बेरहम बेजान है दुनियां
मुसाफिर को लुटते सबने देखा सरे राह आँखों के सामने
हमने देखा ये कौन कहे बेजुबान और अंजान है दुनियां
नाहक है खपा वसूल छोड़ तू भी रंग बदलना सीख ले गर
दौड़ के पलकों में लेगी कहते हैं बड़ी दयावान है दुनियां
M.Tiwari”Ayen”