वास्तविक नववर्ष
लोगो को देखा ।
जब करते लेखा जोखा ।
तो हमने ये सोचा ।
हम लोग किसी भी ।
कार्य को कर अनदेखा ।
कि करेंगे आधे कार्य पुरा ।
अगले नव वर्ष पर ।
हरेक दिन नव है ।
जब जागो तभी सबेरा ।
चाहे शाम हो या अंधेरा ।
खुशिया मनाते है नववर्ष आने पर ।
अपनी जीवन के अमूल्य एक वर्ष कम होने पर।
जनवरी ही ग्रेगोरियन कैलेण्डर का प्रथम माह ।
अतः इसका जोरदार आगाह ।
जीवन मे लक्ष्य की ।
ओर ध्यान देकर ।
चुनो सफलता की राह ।
होगा नववर्ष उस दिन ।
जिस दिन सफलता आपकी कदम चुमेगी ।
आसमान नीचे होगा ।
आप ऊपर होंगे ।
खुशियो के ढेरो तारे ।
टिमटिमाते हुए आएंगे नजर ।
हरेक पल जीवन का अंतिम पल ।
समझ कर करो दीदार ।
नववर्ष तो तब होगा ।
जब नवरंग ,नव उमंग, नवसंग और नवजंग साथ होगा ।
जीवन संघर्षो का जाम होगा ।
जनवरी ही नही ।
हरेक माह नववार होगा ।
आपकी सोच ही ।
वो तेज धार होगा ।
जो हरेक दिन को अच्छा बनाने का औजार होगा ।
आन्तरिक खुशियो का इजहार होगा ।
वास्तव मे वही से जीवन का ।
सुंदर आगाज होगा ।
जब तेरा हरेक वार मूलतबि होगा ।
तेरे अंदर जब नवसोच, नवजोश होगा ।
सचमुच वही नववर्ष नववर्ष होगा ।
जब तुम्हारा पदार्पण फर्श से अर्श पर होगा ।
वास्तव मे जीवन का वही वास्तविक नववर्ष होगा ।।
?? Rj Anand Prajapati ??