वास्तविकता क्यों नहीं दिखाते ? #100 शब्दों की कहानी#
मैं ऑफिस में विद्यालयों से प्राप्त शिकायतों के संबंध में जांचोपरांत उच्च-अधिकारी द्वारा दिये गए निर्देशानुसार मुख्यालय को भेजने हेतु समाधानपूर्वक जवाब बनाकर भेजती । एक विद्यालय की मैस से संबंधित महत्वपूर्ण शिकायत की प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक जवाब बनाया, शिकायती-पत्र में आरोपकर्ता द्वारा लगाए समस्त आरोप बेबुनियाद हैं, अतः इसको खारिज करने का कष्ट करें और मेल तो किया साथ ही स्पीड़-पोस्ट से भी भेजा ।
शाम को थककर घर आई, मुड़ फ्रेश करने हेतु टी.वी.पर न्यूज चैनल शुरू किया , मै एकदम-अवाक! उसी विद्यालय की स्थिति को नकारात्मक रूप से प्रर्दशित किया । वास्तविकता क्यों नहीं दिखाते ?