वापस आना वीर
वापस आना लौट कर,जाने वाले वीर।
भर देना फिर से सभी,आहत मन का पीर।।
जो वादा माँ से किया,उसे न जाना भूल।
आकर आँचल में भरो,फिर ममता का फूल।।
राह देखता है पिता,गये कहाँ तुम छोड़।
अंधे की लाठी सुनो,कभी न देना तोड़।।
बहन खड़ी राखी लिए,बहे नयन से नीर।
सिसक-सिसक कर कह रही,आ जाओ बलवीर।।
पत्नी देखे रास्ता,आओ प्राणाधार।
खाली सूनी माँग है,सूना है श्रृंगार।।
पापा आओ लौट कर,सुन लो पुत्र पुकार।
तुम बिन जीवन हो गया, टूटा हुआ सितार।।
बिलख रही नन्ही परी, लिए तिरंगा हाथ।
पापा जल्दी आइये, नहीं छोड़िये साथ।।
सबकी आशा है जुड़ी,सबको तुम से प्यार।
आओ राहें देखता,है पूरा परिवार।।
-लक्ष्मी सिंह