Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Jun 2023 · 1 min read

वाणी वंदना

हम शरण में हैं तुम्हारी,ज्ञान का माँ दान दो
माँगते है बस यही हम, सद्गुणों की खान दो
शारदे वरदान दो, माँ शारदे वरदान दो

हम सुमन सा मुस्कुराएं,हर जगह खुशबू लुटाएं
भूलकर दुख दर्द अपने, दूसरों के काम आएं
है यही विनती हमारी,भाव में भर प्राण दो
शारदे वरदान दो, माँ शारदे वरदान दो

दीप सा खुद को बनाएं,इस जगत को झिलमिलाएं
हम चलें सद्मार्ग पर ही,पग नहीं ये डगमगाएं
नाम रोशन कर सकें हम, नित्य नव सोपान दो
शारदे वरदान दो, माँ शारदे वरदान दो

सत्य का भरते रहें दम,झूठ से बचकर रहे हम
हम सफल होकर दिखा दें, हम किसी से हैं नहीं कम
मार्गदर्शन कर हमारा,इक अलग पहचान दो
शारदे वरदान दो, माँ शारदे वरदान दो

21-06-2023
डॉ अर्चना गुप्ता

Language: Hindi
7 Likes · 2 Comments · 1967 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
रिश्ता तुझसे मेरा तभी टूटे,
रिश्ता तुझसे मेरा तभी टूटे,
Dr fauzia Naseem shad
जिंदगी की हर कसौटी पर इम्तिहान हमने बखूबी दिया,
जिंदगी की हर कसौटी पर इम्तिहान हमने बखूबी दिया,
manjula chauhan
विवाह
विवाह
Shashi Mahajan
रमेशराज की जनकछन्द में तेवरियाँ
रमेशराज की जनकछन्द में तेवरियाँ
कवि रमेशराज
Maine Dekha Hai Apne Bachpan Ko!
Maine Dekha Hai Apne Bachpan Ko!
Srishty Bansal
जिंदगी को जीने का तरीका न आया।
जिंदगी को जीने का तरीका न आया।
Taj Mohammad
यूनिवर्सिटी नहीं केवल वहां का माहौल बड़ा है।
यूनिवर्सिटी नहीं केवल वहां का माहौल बड़ा है।
Rj Anand Prajapati
Digital Currency: Pros and Cons on the Banking System and Impact on Financial Transactions.
Digital Currency: Pros and Cons on the Banking System and Impact on Financial Transactions.
Shyam Sundar Subramanian
🙅आज का शेर🙅
🙅आज का शेर🙅
*प्रणय*
किसने क्या खूबसूरत लिखा है
किसने क्या खूबसूरत लिखा है
शेखर सिंह
अदाकारियां
अदाकारियां
Surinder blackpen
ଅନୁଶାସନ
ଅନୁଶାସନ
Bidyadhar Mantry
तुझसे वास्ता था,है और रहेगा
तुझसे वास्ता था,है और रहेगा
Keshav kishor Kumar
माँ दे - दे वरदान ।
माँ दे - दे वरदान ।
Anil Mishra Prahari
जब तक हम ख़ुद के लिए नहीं लड़ सकते हैं
जब तक हम ख़ुद के लिए नहीं लड़ सकते हैं
Sonam Puneet Dubey
3752.💐 *पूर्णिका* 💐
3752.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
भौतिक सुख की चाह में,
भौतिक सुख की चाह में,
sushil sarna
आहिस्ता उतरते - उतरते,
आहिस्ता उतरते - उतरते,
ओसमणी साहू 'ओश'
बहु घर की लक्ष्मी
बहु घर की लक्ष्मी
जय लगन कुमार हैप्पी
कभी-कभी मुझे यूं ख़ुद से जलन होने लगती है,
कभी-कभी मुझे यूं ख़ुद से जलन होने लगती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ज्यादा अच्छा होना भी गुनाह है
ज्यादा अच्छा होना भी गुनाह है
Jogendar singh
राधा कृष्ण
राधा कृष्ण
रुपेश कुमार
ये बात पूछनी है - हरवंश हृदय....🖋️
ये बात पूछनी है - हरवंश हृदय....🖋️
हरवंश हृदय
"पड़ाव"
Dr. Kishan tandon kranti
ಬನಾನ ಪೂರಿ
ಬನಾನ ಪೂರಿ
Venkatesh A S
आप ही बदल गए
आप ही बदल गए
Pratibha Pandey
बड़े सलीके, सुकून और जज़्बात से
बड़े सलीके, सुकून और जज़्बात से
इशरत हिदायत ख़ान
जिंदगी का फ़लसफ़ा
जिंदगी का फ़लसफ़ा
मनोज कर्ण
हँस रहे थे कल तलक जो...
हँस रहे थे कल तलक जो...
डॉ.सीमा अग्रवाल
सदा बढ़ता है,वह 'नायक' अमल बन ताज ठुकराता।
सदा बढ़ता है,वह 'नायक' अमल बन ताज ठुकराता।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
Loading...