Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 May 2024 · 1 min read

वह प्रेम तो उससे करती, पर विवाह न करती

वह प्रेम तो उससे करती, पर विवाह न करती
तो क्या वह राधा कहलाती।
गर उसकी याद में दर दर भटकती ,
तो क्या वो मीरा कहाती।
और अगर उसके ना मिलने पर ,
वो मर जाती ,तो क्या उम्मीद है,
कि वह हीर जानी जाती।

1 Like · 76 Views

You may also like these posts

मारे ऊँची धाक,कहे मैं पंडित ऊँँचा
मारे ऊँची धाक,कहे मैं पंडित ऊँँचा
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
मै (अहम) का ‘मै’ (परब्रह्म्) से साक्षात्कार
मै (अहम) का ‘मै’ (परब्रह्म्) से साक्षात्कार
Roopali Sharma
माँ गै करै छी गोहार
माँ गै करै छी गोहार
उमा झा
छोटी - छोटी बातें
छोटी - छोटी बातें
Shyam Sundar Subramanian
आज,
आज,
हिमांशु Kulshrestha
शब्द ही...
शब्द ही...
ओंकार मिश्र
भारत रत्न
भारत रत्न
Khajan Singh Nain
05/05/2024
05/05/2024
Satyaveer vaishnav
रोक लें महाभारत
रोक लें महाभारत
आशा शैली
शराब नहीं पिया मैंने कभी, ना शराबी मुझे समझना यारों ।
शराब नहीं पिया मैंने कभी, ना शराबी मुझे समझना यारों ।
Dr. Man Mohan Krishna
हिचकियों   की   मुझे   तमन्ना  है ,
हिचकियों की मुझे तमन्ना है ,
Dr fauzia Naseem shad
दो जूते।
दो जूते।
Kumar Kalhans
हुनरमंद लोग तिरस्कृत क्यों
हुनरमंद लोग तिरस्कृत क्यों
Mahender Singh
अपूर्ण नींद एक नशे के समान है ।
अपूर्ण नींद एक नशे के समान है ।
Rj Anand Prajapati
प्यार है ये भैया-भाभी का ।
प्यार है ये भैया-भाभी का ।
Buddha Prakash
" शबाब "
Dr. Kishan tandon kranti
आत्मविश्वास
आत्मविश्वास
Anamika Tiwari 'annpurna '
जय श्री राम
जय श्री राम
goutam shaw
4479.*पूर्णिका*
4479.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दोहा पंचक . . . सच-झूठ
दोहा पंचक . . . सच-झूठ
sushil sarna
*सुख-दुख में जीवन-भर साथी, कहलाते पति-पत्नी हैं【हिंदी गजल/गी
*सुख-दुख में जीवन-भर साथी, कहलाते पति-पत्नी हैं【हिंदी गजल/गी
Ravi Prakash
दुनियां का सबसे मुश्किल काम है,
दुनियां का सबसे मुश्किल काम है,
Manoj Mahato
*My Decor*
*My Decor*
Poonam Matia
★ किताबें दीपक की★
★ किताबें दीपक की★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
"" *चाय* ""
सुनीलानंद महंत
दिवाली
दिवाली
Akash Agam
श्री कृष्ण ने साफ कहा है कि
श्री कृष्ण ने साफ कहा है कि
पूर्वार्थ
केंद्र की सत्ता में वापसी के लिए पंजा-पार्टी को
केंद्र की सत्ता में वापसी के लिए पंजा-पार्टी को "विदूषक" व "
*प्रणय*
नम्बर ह बखोर के
नम्बर ह बखोर के
सिद्धार्थ गोरखपुरी
आगे बढ़ रही
आगे बढ़ रही
surenderpal vaidya
Loading...