Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 May 2024 · 1 min read

वह प्रेम तो उससे करती, पर विवाह न करती

वह प्रेम तो उससे करती, पर विवाह न करती
तो क्या वह राधा कहलाती।
गर उसकी याद में दर दर भटकती ,
तो क्या वो मीरा कहाती।
और अगर उसके ना मिलने पर ,
वो मर जाती ,तो क्या उम्मीद है,
कि वह हीर जानी जाती।

1 Like · 34 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
वो फिर से लौट आई है दिल पर नई सी दस्तक देने,
वो फिर से लौट आई है दिल पर नई सी दस्तक देने,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*अगर ईश्वर नहीं चाहता, कभी मिलता नहीं होता (मुक्तक)*
*अगर ईश्वर नहीं चाहता, कभी मिलता नहीं होता (मुक्तक)*
Ravi Prakash
"दो पल की जिंदगी"
Yogendra Chaturwedi
तब मानोगे
तब मानोगे
विजय कुमार नामदेव
ये बिल्कुल मेरी मां जैसी ही है
ये बिल्कुल मेरी मां जैसी ही है
Shashi kala vyas
चाँद और इन्सान
चाँद और इन्सान
Kanchan Khanna
..........लहजा........
..........लहजा........
Naushaba Suriya
वफ़ा के बदले हमें वफ़ा न मिला
वफ़ा के बदले हमें वफ़ा न मिला
Keshav kishor Kumar
3297.*पूर्णिका*
3297.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"शिक्षक तो बोलेगा”
पंकज कुमार कर्ण
"राह अनेक, पै मँजिल एक"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
***
*** " आधुनिकता के असर.......! " ***
VEDANTA PATEL
खेल खिलौने वो बचपन के
खेल खिलौने वो बचपन के
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
बाल कविता: चूहे की शादी
बाल कविता: चूहे की शादी
Rajesh Kumar Arjun
प्यार के पंछी
प्यार के पंछी
Neeraj Agarwal
दोहा त्रयी. . . .
दोहा त्रयी. . . .
sushil sarna
अब मै ख़ुद से खफा रहने लगा हूँ
अब मै ख़ुद से खफा रहने लगा हूँ
Bhupendra Rawat
हमारी राष्ट्रभाषा हिन्दी
हमारी राष्ट्रभाषा हिन्दी
Mukesh Kumar Sonkar
'शत्रुता' स्वतः खत्म होने की फितरत रखती है अगर उसे पाला ना ज
'शत्रुता' स्वतः खत्म होने की फितरत रखती है अगर उसे पाला ना ज
satish rathore
◆नई चोंच, नए चोंचले◆
◆नई चोंच, नए चोंचले◆
*प्रणय प्रभात*
समर्पण
समर्पण
Sanjay ' शून्य'
प्यासा के कुंडलियां (झूठा)
प्यासा के कुंडलियां (झूठा)
Vijay kumar Pandey
स्मृति ओहिना हियमे-- विद्यानन्द सिंह
स्मृति ओहिना हियमे-- विद्यानन्द सिंह
श्रीहर्ष आचार्य
"तासीर"
Dr. Kishan tandon kranti
नयनों मे प्रेम
नयनों मे प्रेम
Kavita Chouhan
लेती है मेरा इम्तिहान ,कैसे देखिए
लेती है मेरा इम्तिहान ,कैसे देखिए
Shweta Soni
हुनर
हुनर
अखिलेश 'अखिल'
इल्म
इल्म
Bodhisatva kastooriya
गति साँसों की धीमी हुई, पर इंतज़ार की आस ना जाती है।
गति साँसों की धीमी हुई, पर इंतज़ार की आस ना जाती है।
Manisha Manjari
विचारों को पढ़ कर छोड़ देने से जीवन मे कोई बदलाव नही आता क्य
विचारों को पढ़ कर छोड़ देने से जीवन मे कोई बदलाव नही आता क्य
Rituraj shivem verma
Loading...