वह प्रेम तो उससे करती, पर विवाह न करती
वह प्रेम तो उससे करती, पर विवाह न करती
तो क्या वह राधा कहलाती।
गर उसकी याद में दर दर भटकती ,
तो क्या वो मीरा कहाती।
और अगर उसके ना मिलने पर ,
वो मर जाती ,तो क्या उम्मीद है,
कि वह हीर जानी जाती।
वह प्रेम तो उससे करती, पर विवाह न करती
तो क्या वह राधा कहलाती।
गर उसकी याद में दर दर भटकती ,
तो क्या वो मीरा कहाती।
और अगर उसके ना मिलने पर ,
वो मर जाती ,तो क्या उम्मीद है,
कि वह हीर जानी जाती।