!! वह कौन थी !!
!! वह कौन थी !!
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वह कौन थी जो सपनों में आया करती थी लेकिन अब नहीं।
वह कौन थी जो दिल को धड़काया करती थी लेकिन अब नहीं।।
वह कौन थी जो दिन रात हंसाया करती थी लेकिन अब नहीं।।।
सपने में तो आज भी आती है पर वो नहीं अब लक्ष्य।
दिल तो आज भी धड़काती है पर वो नहीं अब लक्ष्य।।
दिन रात हंसाती तो आज भी है पर वो नहीं अब लक्ष्य।।।
खैर जो भी थी खूबसूरत थी पर कुछ खास नहीं।
वरना मेरे पास होती किसी और के पास नहीं।।
@जय लगन कुमार हैप्पी
बेतिया, बिहार।