वह अच्छाई के टुकड़े टुकड़े करके
अच्छाई का अर्थ
समझाओ
क्या होती इसकी परिभाषा
जरा सोच समझकर
बताओ
मुझे पता है
अच्छी तरह से पता है
सौ में से सौ पता है
सौ फीसदी से ज्यादा पता है कि
मैं अच्छी हूं
बहुत अच्छी हूं
लेकिन कोई दूसरा माने तब ना
ठान ले गर कोई किसी को
बस बुरा साबित करने की तो
करके देख लेना लाख
अच्छाई और भलाई
वह अच्छाई के टुकड़े टुकड़े करके
उसका दम न निकाल दे और
चारों तरफ बुराई की बू न फैला दे
तो
मेरा नाम बदल देना
मुझे अच्छा कहना,
मानना या
साबित करना
हमेशा के लिए
छोड़ देना।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001