वसुधा है शूरवीरों की
वसुधा है शूरवीरों की साहसी योद्धा और कर्मवीरों की ।
हारे जो न कभी हिम्मत ऐसे राणा और शूरवीरों की ।।
मान देश का निज प्रान से बड़ा और महान कहलाता है ।
इसलिए हाथ ऊपर कर जय बोलिए ऐसे रणवीरों की ।।
जैसा संघर्ष उनने झेला था वैसा संघर्ष अपना नहीं ।
उनके सपनों का हो भारत यह भी झूठा सपना नहीं ।।
कोविड 19 से जीते निसर्ग या अम्फान से जूझे है ।
इशके बीच नित नव सृजन करना कोरी कल्पना नहीं ।।
जर्रा जर्रा इस माटी का वीर शिवा की गाथा गाता है
वो ही दम खम हममें जिन्दा है जो हमको नहीं डिगाता ।
शान्ति की राह में जो बने रोड़ा उसको राह से हटाता है ।।
रोकना चाहा समय के प्रवाह को पर उनकी दाल न गली ।
सर्जिकल स्ट्राइक कर शत्रु को मारक खौफ दिखाता है ।।
बच्चा बच्चा ले हाथ म़े तिरंगा दूर गगन लहराता है