वसंत पंचमी
ऋतु बसंत के आते ही वसंत पंचमी आ गई
धरती में छाया वसंती रंग भीनी सुगंधी छा गई
आम बौरा गए कोयल की मीठी धुन गूंज गई
पीला बसंती रंग छा गया भंवरों की धुन गूंज गई
टेशु भी लाल सुर्ख होकर जैसे वन में आग जलाने लगे
देवी वीणा पाणी की धुन पर पंछी मधुर गीत गाने लगे
भक्त ओम वाद्य यंत्रों पर मधुर गीत संगीत बजाने लगे
ओमप्रकाश भारती ओम्
बालाघाट , मध्य प्रदेश