वसंत की सीख
वसंत के इस मौसम से
है तुम कुछ सीखो,
जब सारी सुखी-सड़ी पत्तियां
है गिर जाती,
तब नई-नई पत्तियां
फिर से हैं आ जाती,
नई-नई पत्तियां, फूलों के संग
है आकर प्रकृति के सौंदर्य को बढ़ाती।
चाहिए हमें भी प्रकृति से सीख लेनी
चाहिए हमें भी निकाल फेंकनी
सुखी-सड़ी पत्तियों की भांति अपने दुर्गुणों को
है हमें भर लेनी चाहिए
सद्गुणों से अपने तन-मन को।