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4 Feb 2021 · 1 min read

वर्षात और फिर रात

यदि वर्षात हो
फिर रात हो
तुम साथ हो
तो क्या बात हो
ज़ुल्फों से पानी टपकता हो
तुम्हारे गाल पर आकर अटकता हो
यौवन शिखरों पर गिर कर के बिखरता हो
तो क्या बात हो
तुम साथ हो
और रात हो

भारतेन्द्र शर्मा “भारत”
धौलपुर, राजस्थान
मो.94914307564

Language: Hindi
3 Likes · 1 Comment · 351 Views
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