वर्षात और फिर रात
यदि वर्षात हो
फिर रात हो
तुम साथ हो
तो क्या बात हो
ज़ुल्फों से पानी टपकता हो
तुम्हारे गाल पर आकर अटकता हो
यौवन शिखरों पर गिर कर के बिखरता हो
तो क्या बात हो
तुम साथ हो
और रात हो
भारतेन्द्र शर्मा “भारत”
धौलपुर, राजस्थान
मो.94914307564