वरदान
तेरे माथे की
लकीर में
लाल सिन्दूरी रंग भर दूं
तेरी किस्मत चमक उठे
ऐसा कोई मन्त्र पढ़ दूं
तू फूल से खिल उठे
ऐसी उपवन की कोई महक
तुझ में भर दूं
तू फिर से
उम्मीदों के पर बांधकर
आसमान में हौसले की उड़ान भरे
ऐसी कोई समतल जमीन तुझे
दूं
तू खुले आकाश में उड़ती ही
रहे
पंख फैलाकर एक विशाल पक्षी सी
ऐसी अलौकिक शक्ति का वरदान मैं
तुझको दूं।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001