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29 Apr 2020 · 2 min read

****((( वरदान ))) ****

*******************((( वरदान ))) *******************
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हमारे प्रधानमंत्री जी ने हमारी आस्था की प्रतीक गंगा जी में दिन ब दिन बढ़ती गंदगी पर चिंता व्यक्त करते हुए गंगा जी की सफाई का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू करवाया था । मगर कई लोगों की मेहनत और करोड़ों रुपए खर्च करने के पश्चात भी पुर्णतः सफलता नहीं मिली है । आज भी कारखानों का कचरा वह दूषित केमीकल युक्त पानी पहले की तरह ही गंगा जी में गंदगी के पर्याय बने हुए हैं । टी वी पर आ रहे समाचारों ने शर्मा जी की मुश्किलों में कुछ और इजाफा कर दिया था ।
शर्मा जी गंगा सफाई अभियान के मुख्य इंचार्ज थे । कोशिश करने के बाद भी जब सफलता प्राप्त न हो तो चिंता स्वाभाविक होती है और जवाबदेही भी काफी बढ़ जाती है इसी चिंता ने शर्मा जी की रातों की नींद उड़ा रखी थी और इस समय टी वी पर आ रहे समाचारों ने भी आग में घी का काम किया था । तभी टी वी एंकर ने बताया की कोरोना नामक बिमारी अपने देश में दस्तक दे चुकी है और इससे बचने के लिए सरकार ने पुरे देश में लाक डाउन करने का फैसला लिया है अतः आप सभी से अनुरोध है कि आप सभी अपने अपने घरों में रहें । और जब कुछ दिनों बाद लाक डाउन समाप्त हुआ तो शर्मा जी के आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा । प्रकृति का वरदान ही था की गंगा जी के जल में गंदगी का नामोनिशान भी नहीं था गंगा जी का जल स्वच्छ जल शीशे की तरह चमक रहा था । लाक डाउन ने प्रकृति की सुंदरता में चार चांद लगा दिए थे ।
और शर्मा जी सोच रहे थे की प्राकृतिक विपदा भी वरदान साबित हो सकती है । इसका इससे अच्छा उदाहरण क्या हो सकता है ।” जय गंगा मैया “के जयघोष के साथ ही प्रकृति के चमत्कार को नमस्कार करने लगे ।
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© गौतम जैन ®
हैदराबाद

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 408 Views
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