वफा का अंजाम —– यह जान लिया।(गजल/गीतिका)
वफा का अंजाम वफा ही होगा।
न जाने क्यूं हमने मान लिया।
धड़का था दिल जिनके लिए हर पल हमारा।
उन्होंने तो बेवफ़ाई का ईनाम दिया।।
रहे कहते तुम्हारे ही है हम।
कथनों को उनके हमने न पहचाना।
धोखा खाया,फिर भी सम्मान दिया।।
चालाकियों से भरी पड़ी है दुनियां।
सादगी का सदा अपमान किया।।
भरोसा तोड़ना आदत बन गई है अब।
जीवन पथ में “अनुनय” यह जान लिया।।
राजेश व्यास अनुनय