वतन में रहने वाले ही वतन को बेचा करते
वतन में रहने वाले ही वतन को बेचा करते
हैं।
आपसी फ़ायदे के खातिर गद्दार करते
हैं।।
भारत माता पर वीर जीवन निछार करते
है।
वतन के वास्ते वीर सब कुछ निसार करते हैं।।
*जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झांसी उ•प्र•