वतनपरस्ती का जज़्बा
वतनपरस्ती का जज़्बा न हो कम
इस जज़्बे में है बहूत ही दम
वतनपरस्ती का जज़्बा सलामत
जरूर है कि सलामत है वतन ।
यूं तो वतनपरस्ती नहीं है सस्ती
फिर भी महँगी नहीं वतनपरस्ती
वतन की आरजु बने तेरी आरजु
ख्वाहिश पले सिर्फ वतनपरस्ती ।
वतन के लिए झेले जो सारे कष्ट
वही है वतनपरस्तःवही है वतनपरस्त।