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2 Jun 2023 · 1 min read

वट सावित्री व्रत

वट सावित्री व्रत

कैसा मधुर मिलन हुआ
सावित्री और सत्यवान का।

सदा सुहागन रहो सावित्री
यमराज, को भी कहना पड़ा ।

सुहागिन का है यह अनोखा व्रत,
मिलता सदा सुहागन का वरदान।

प्रकृति और सुहागिन का पवित्र,
मनोहर सा है यह दृश्य।

आम, लीची, और जामुन मौसमी फल,
दिखे बाज़ार में ,आया यह वट वृक्ष पूजन।

वट वृक्ष का पूजन करें
सज -श्रृंगार करके स्त्रियां ।

बारह पूरियां और बारह बरगद फल
वट वृक्ष पर अर्पित करें, सुहागन ।

मोली की सूत को लपेटते हुए
बारह बार बरगद के पेड़ की परिक्रमा।

मां सावित्री और सत्यवान की तरह मांगे
अखण्ड सौभाग्यवती रहने का वरदान।।

गौतम साव

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 250 Views
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