वज्रपात
मैं सोच रही थी कि
मौसम सुहावना रहेगा
रिमझिम बारिश होगी
हवाओं में ठंडक रहेगी
लेकिन मेरी सोच के
सब विपरीत हुआ
धूप, गर्मी और उमस ने
हाल बेहाल कर दिया
मेरा तो दिल ही
टूट गया जब
मैंने सोचा मेरे अपनों का
साथ अभी लम्बे समय तक बना
रहेगा लेकिन
वज्रपात हुआ
जब यह है सोचना भी एक भ्रम मात्र ही निकला और
सुबह आंख खुलते ही
एक रात के सपने सा
टूट गया।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001