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5 May 2024 · 1 min read

वक्त

वक्त चलता रहता हैं, कभी ना किसी के लिए रूकता हैं, वक्त के साथ जो चलता हैं,मान उसीका बढता हैं| वक्त जब हाथ से फिसलता हैं,उसे रोना ही पडता हैं, क्यों कि गया हुआ वक्त, वापस लौट कर नहीं आता हैं| वक्त के साथ रहना सिखों, वक्त के साथ चलना सिखों, तभी सफल हो पाओगें, जब वक्त कि कद्र करना सिखोंगे|

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