Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Dec 2021 · 1 min read

वक्त

ये
वक्त किसी का नहीं होता है
वक्त के सब होते हैं
किस पल किसी
समय पता नहीं कब जिंदगी
दामन छोड़ दें और कब
मौत हाथ थाम कर ले जाए
संघर्ष करते रहो तो
वक्त बदल जाये जो
बड़ा ऐंठती थी हवेली एक
चकाचौंध में रहती जगमग हर रोज़
वक्त के फेर में आई जो
आज उजाड़ बियाबान हुई
डर से आस पास की बस्ती भी विरान हुई
वक्त का फेर ही ऐसा होता है
अब हवेली जड़ा ताला
कोशिश कर रहा है
उसके गर्भ में नवस्फुटित
बीज एक पल रहा है
वक्त बदलेगा संघर्ष से ही
और ये संघर्ष जारी है
ताले की तरहा
सभी के जीवन में

प्रवीण माटी

Language: Hindi
421 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मैं खंडहर हो गया पर तुम ना मेरी याद से निकले
मैं खंडहर हो गया पर तुम ना मेरी याद से निकले
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
हकीकत पर एक नजर
हकीकत पर एक नजर
पूनम झा 'प्रथमा'
फ़िलिस्तीन-इज़राइल संघर्ष: इसकी वर्तमान स्थिति और भविष्य में शांति और संप्रभुता पर वैश्विक प्रभाव
फ़िलिस्तीन-इज़राइल संघर्ष: इसकी वर्तमान स्थिति और भविष्य में शांति और संप्रभुता पर वैश्विक प्रभाव
Shyam Sundar Subramanian
यलग़ार
यलग़ार
Shekhar Chandra Mitra
गीत - मेरी सांसों में समा जा मेरे सपनों की ताबीर बनकर
गीत - मेरी सांसों में समा जा मेरे सपनों की ताबीर बनकर
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कलरव में कोलाहल क्यों है?
कलरव में कोलाहल क्यों है?
Suryakant Dwivedi
जाकर वहाँ मैं क्या करुँगा
जाकर वहाँ मैं क्या करुँगा
gurudeenverma198
*यूं सताना आज़माना छोड़ दे*
*यूं सताना आज़माना छोड़ दे*
sudhir kumar
हम तूफ़ानों से खेलेंगे, चट्टानों से टकराएँगे।
हम तूफ़ानों से खेलेंगे, चट्टानों से टकराएँगे।
आर.एस. 'प्रीतम'
खुद से ज्यादा अहमियत
खुद से ज्यादा अहमियत
Dr Manju Saini
#आज_की_चौपाई-
#आज_की_चौपाई-
*प्रणय प्रभात*
आँखों में अब बस तस्वीरें मुस्कुराये।
आँखों में अब बस तस्वीरें मुस्कुराये।
Manisha Manjari
*जी रहें हैँ जिंदगी किस्तों में*
*जी रहें हैँ जिंदगी किस्तों में*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
इक परी हो तुम बड़ी प्यारी हो
इक परी हो तुम बड़ी प्यारी हो
Piyush Prashant
*****राम नाम*****
*****राम नाम*****
Kavita Chouhan
सोच ऐसी रखो, जो बदल दे ज़िंदगी को '
सोच ऐसी रखो, जो बदल दे ज़िंदगी को '
Dr fauzia Naseem shad
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
रिश्ते चाय की तरह छूट रहे हैं
रिश्ते चाय की तरह छूट रहे हैं
Harminder Kaur
मुक्तक...छंद-रूपमाला/मदन
मुक्तक...छंद-रूपमाला/मदन
डॉ.सीमा अग्रवाल
"बिल्ली कहती म्याऊँ"
Dr. Kishan tandon kranti
तेरा होना...... मैं चाह लेता
तेरा होना...... मैं चाह लेता
सिद्धार्थ गोरखपुरी
जब कोई न था तेरा तो बहुत अज़ीज़ थे हम तुझे....
जब कोई न था तेरा तो बहुत अज़ीज़ थे हम तुझे....
पूर्वार्थ
श्रीराम गाथा
श्रीराम गाथा
मनोज कर्ण
रखकर कदम तुम्हारी दहलीज़ पर मेरी तकदीर बदल गई,
रखकर कदम तुम्हारी दहलीज़ पर मेरी तकदीर बदल गई,
डी. के. निवातिया
विकट संयोग
विकट संयोग
Dr.Priya Soni Khare
Love's Sanctuary
Love's Sanctuary
Vedha Singh
तेरे सहारे ही जीवन बिता लुंगा
तेरे सहारे ही जीवन बिता लुंगा
Keshav kishor Kumar
Pyasa ke dohe (vishwas)
Pyasa ke dohe (vishwas)
Vijay kumar Pandey
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
3178.*पूर्णिका*
3178.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...