वक्त थोड़ा थम जाओ
वक्त थोड़ा थम जाओ
मुझे तुम्हारी तरह से
तेज दौड़ना नहीं आता
तुम हमेशा मुझसे
कई कदम आगे ही रहते हो
मैं कितने भी तेज कदम उठाऊं पर
तुम्हें पकड़ नहीं पाती
तुम साथ तो चलते हो लेकिन
कभी किसी के लिए नहीं रुकते हो
कितना भी तुम्हें कोई पुकारे
पीछे मुड़कर भी नहीं देखते कि
कोई जिंदा है या
मर गया
कितनी मोहब्बत करी मैंने तुमसे पर
तुम एक बेवफा आशिक ही
निकले
छोड़ दिया मुझे उस मोड़ पर
जहां जिस पल मुझे तुम्हारी सबसे
ज्यादा जरूरत थी
मेरा और तुम्हारा रिश्ता तो
अब खत्म हो ही रहा है
मैं तुमसे बिछड़ रही हूं और
तुम तो भागे चले जा रहे
दौड़े चले जा रहे हो
मुझे कभी कहां याद करोगे
तुम बहुत मनचले हो
वक्त है तुम्हारा नाम
वक्त पड़ने पर एक फरेबी की तरह कभी किसी के
काम नहीं आते हो
धोखाधड़ी में महारत है तुम्हें
जिंदगी रहते तुम्हारे बिना
गुजारा भी नहीं
तभी तो अपनी काबिलियत पर
इतना इतराते हो
जा ही रहे हो मुझे छोड़कर तो
मैं तुम्हें अलविदा कह ही दूं
कुछ तो अच्छा वक्त गुजारा
ऐ वक्त मैंने तुम्हारे साथ
मेरे लिए नहीं रुकोगे तुम
जान चुकी मैं तुम्हें
अब आगे के सफर में हो सके तो
किसी का सहारा भी बनना
वक्त पड़ने पर किसी के तो
काम आना
जैसे मुझे मायूस किया
ऐसे हर किसी को मत रुलाना
न सताना
न मायूस करना।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001