# वक्त… तूं क्यूं?
.. वक्त तू क्यूं? गलती कराता है।
बाद जाने के रुलाता है।।
याद कर अपनी नादानियों को,
छलक आंखों से मोती आंसुओं के आता है।।
वक्त तूं…. क्यूं??
…✍️.. मनोज।।
.. वक्त तू क्यूं? गलती कराता है।
बाद जाने के रुलाता है।।
याद कर अपनी नादानियों को,
छलक आंखों से मोती आंसुओं के आता है।।
वक्त तूं…. क्यूं??
…✍️.. मनोज।।