वक्त जाया नहीं करते
वक्त जो मिले उसे जाया नही करते।
कष्ट को अपनो से छिपाया नहीं करते।।
तकलीफे रुक रुक कर गिरती है मगर।
हिम्मत की दीवार गिराया नही करते।।
हर कोई फंसा है यहां अपनी मुशीबतो में।
जख्मों में नमक किसी के लगाया नही करते।।
जिसके खुद के घर में बहन और बेटियां।
वो किसी नारी की इज्जत उड़ाया नही करते।।
लाखों कमियां हो जब खुद के किरदार में।
दूसरो की कमियों को गिनाया नही करते।।
जो बात बात पर दोस्ती तोड़ ले हर किसी से।
वो किसी और से दोस्ती निभाया नही करते।।
जो खुद तो चलता हो गलत रास्ते पर।
वो किसी और को प्रवचन सुनाया नही करते।।