Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jun 2021 · 1 min read

वक्त के समंदर में

वक्त के समंदर में

वक़्त के समंदर में , कोशिशों की नाव चलाकर देखो
किनारे तेरी मंजिलों का पता होंगे , मंजिलें तुम्हारे कदमों का निशाँ होंगी |

वक़्त को अपना ,हमसफ़र बनाकर तो देखो
तेरे प्रयासों को खुला आसमां ,होगा नसीब |

अपनी कोशिशों को ,जिंदगी का मकसद कर लो
तेरी उम्मीदों को हंसी मंजिलों का ,दामन होगा नसीब |

वक़्त को अपनी मंजिलों का ,हमसफ़र बनाकर देखो
तेरी जिंदगी ,जन्नत के एहसासों से रूबरू होगी |

खिलेंगे फूल तेरी राहों में, जिंदगी संवर जायेगी तेरी
तेरे प्रयासों को गर , वक़्त सा हमसफ़र जो हो जाए नसीब |

तेरी कोशिशें तेरे जूनून की ;गर हो जाएँ गवाह
तेरी कोशिशों को खुले आसमां सा ,हमसफ़र होगा नसीब |

तेरे प्रयासों पर ,खुदा का जो हो जाए करम
तेरे अरमानों, तेरी मंजिलों , तेरे ख़वाबों को जन्नत हो नसीब |

तेरे प्रयास तेरी मंजिल का , सबब हो जाएँ
इंतज़ार फिर किस बात का , तुझे ऐ मुसाफिर |

वक़्त के समंदर में , कोशिशों की नाव चलाकर देखो
किनारे तेरी मंजिलों का पता होंगे , मंजिलें तुम्हारे कदमों का निशाँ होंगी |

वक़्त को अपना ,हमसफ़र बनाकर तो देखो
तेरे प्रयासों को खुला आसमां ,होगा नसीब ||

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 475 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
View all

You may also like these posts

सुंदरता विचारों में सफर करती है,
सुंदरता विचारों में सफर करती है,
सिद्धार्थ गोरखपुरी
shikshak divas **शिक्षक दिवस **
shikshak divas **शिक्षक दिवस **
Dr Mukesh 'Aseemit'
हिसाब क्या रखना
हिसाब क्या रखना
Jyoti Roshni
परिवार
परिवार
Shashi Mahajan
कागज मेरा ,कलम मेरी और हर्फ़ तेरा हो
कागज मेरा ,कलम मेरी और हर्फ़ तेरा हो
Shweta Soni
आतम अनुभव
आतम अनुभव
Nitesh Shah
4441.*पूर्णिका*
4441.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हरियाली माया
हरियाली माया
Anant Yadav
पेंसिल बॉक्स
पेंसिल बॉक्स
Indu Nandal
स्वास्थ्य विषयक कुंडलियाँ
स्वास्थ्य विषयक कुंडलियाँ
Ravi Prakash
बेबाक ज़िन्दगी
बेबाक ज़िन्दगी
Neelam Sharma
सीख लिया है सभी ने अब
सीख लिया है सभी ने अब
gurudeenverma198
बचपन
बचपन
Sakhi
कौन सा हुनर है जिससे मुख़ातिब नही हूं मैं,
कौन सा हुनर है जिससे मुख़ातिब नही हूं मैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दिल की गुज़ारिश
दिल की गुज़ारिश
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
हे सर्वस्व सुखद वर दाता
हे सर्वस्व सुखद वर दाता
Bharti Das
- भूलने की आदत नही है -
- भूलने की आदत नही है -
bharat gehlot
ग़ज़ल _ करी इज़्ज़त बड़े छोटों की ,बस ईमानदारी से ।
ग़ज़ल _ करी इज़्ज़त बड़े छोटों की ,बस ईमानदारी से ।
Neelofar Khan
*Flashback*
*Flashback*
Veneeta Narula
मैंने बार बार सोचा
मैंने बार बार सोचा
Surinder blackpen
चन्द्रयान -3 का कीर्तिमान
चन्द्रयान -3 का कीर्तिमान
Sushma Singh
बिलकुल सच है, व्यस्तता एक मायाजाल,समय का खेल, मन का ही कंट्र
बिलकुल सच है, व्यस्तता एक मायाजाल,समय का खेल, मन का ही कंट्र
पूर्वार्थ
“ दुमका संस्मरण ” ( विजली ) (1958)
“ दुमका संस्मरण ” ( विजली ) (1958)
DrLakshman Jha Parimal
वो बुद्ध कहलाया ...
वो बुद्ध कहलाया ...
sushil sarna
"नजरों से न गिरना"
Dr. Kishan tandon kranti
जितना बर्बाद करने पे आया है तू
जितना बर्बाद करने पे आया है तू
कवि दीपक बवेजा
तुमने मुड़ कर ही बस नहीं देखा।
तुमने मुड़ कर ही बस नहीं देखा।
Dr fauzia Naseem shad
मोबाइल
मोबाइल
Meenakshi Bhatnagar
टूटते रिश्ते, बनता हुआ लोकतंत्र
टूटते रिश्ते, बनता हुआ लोकतंत्र
Sanjay ' शून्य'
इश्क करना
इश्क करना
Ranjeet kumar patre
Loading...