Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Feb 2021 · 1 min read

वक्त के झोंकें

ग़ज़ल, वक्त के झोंकें,

काटी मैंने दिन और रातें गूजरी हुई शाम से,
आई मुझे जब तेरी याद निकली तूं आरा़म से,

लिखता रहा मैं भी ख़त बस तेरे ही नाम से,
जब भी बातें चलीं यहां पर लोग तेरा नाम लें,

तैरा ख्याल मैं भी आऊं और कैसे न ध्यान दूं,
मैरे दिल में तूं ही बसी हैं कैसे मैं पहचान दूं,

तैरें नाम मैं बदनाम हूं अब तो तूं पहचान लें,
रिश्ता हमारा यहीं रहेगा चाहें कुछ लोग जान लें,

अब आजा तूं भी कह दें मैरा तूं भी नाम लें,
तेरा मेरा प्यार रहेगा कस़म खालें अभिमान से,

दुनिया ऐ मतलब भरी हैं इसकों तूं पहचान लें,
बड़े हुऐ हैं गूज़रा वक्त हैं याद आये सम्मान दें,

काटी मैंने दिन और रातें गूजरी हुई शाम से,
आई मुझे जब तेरी याद निकली तूं आरा़म से,।

Writer–Jayvind Singh Ngariya Ji

7 Likes · 48 Comments · 441 Views

You may also like these posts

यूं तेरे फोटो को होठों से चूम करके ही जी लिया करते है हम।
यूं तेरे फोटो को होठों से चूम करके ही जी लिया करते है हम।
Rj Anand Prajapati
हो जाएँ नसीब बाहें
हो जाएँ नसीब बाहें
सिद्धार्थ गोरखपुरी
इश्क़
इश्क़
ओनिका सेतिया 'अनु '
#अद्भुत_प्रसंग
#अद्भुत_प्रसंग
*प्रणय*
पुण्य पताका फहरे
पुण्य पताका फहरे
Santosh kumar Miri
विशाल अजगर बनकर
विशाल अजगर बनकर
Shravan singh
4461.*पूर्णिका*
4461.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दुमदार दोहे
दुमदार दोहे
seema sharma
सरसी छंद
सरसी छंद
Neelofar Khan
इक्कीसवीं सदी का भागीरथ
इक्कीसवीं सदी का भागीरथ
आशा शैली
जैसे आप अपने मोबाइल फ़ोन में अनुपयोगी सामग्रियों को समय-समय
जैसे आप अपने मोबाइल फ़ोन में अनुपयोगी सामग्रियों को समय-समय
Anand Kumar
दोहा पंचक. . . . मजबूर
दोहा पंचक. . . . मजबूर
sushil sarna
ज़िन्दगानी  में  ऐसा  हाल न हो ।
ज़िन्दगानी में ऐसा हाल न हो ।
Dr fauzia Naseem shad
प्रथम दृष्ट्या प्यार
प्रथम दृष्ट्या प्यार
SURYA PRAKASH SHARMA
राष्ट्र पिता महात्मा गाँधी
राष्ट्र पिता महात्मा गाँधी
लक्ष्मी सिंह
दादी...।
दादी...।
Kanchan Alok Malu
जीवन एक सुंदर सच्चाई है और
जीवन एक सुंदर सच्चाई है और
Rekha khichi
क्या आजाद हैं हम ?
क्या आजाद हैं हम ?
Harminder Kaur
काश
काश
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
***
*** " हम तीन मित्र .........! " ***
VEDANTA PATEL
कह रहा है आइना
कह रहा है आइना
Sudhir srivastava
प्रेम से बढ़कर कुछ नहीं
प्रेम से बढ़कर कुछ नहीं
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
प्रेम .......तुमसे प्रेम हुआ तो तुम्हारे प्रेम में महसूस हुए
प्रेम .......तुमसे प्रेम हुआ तो तुम्हारे प्रेम में महसूस हुए
Swara Kumari arya
ईश्वर का आशीष है बेटी, मानवता को वरदान है।
ईश्वर का आशीष है बेटी, मानवता को वरदान है।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बचपन याद किसे ना आती💐🙏
बचपन याद किसे ना आती💐🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
एक पौधा बिटिया के नाम
एक पौधा बिटिया के नाम
Dr Archana Gupta
*बाद मरने के शरीर, तुरंत मिट्टी हो गया (मुक्तक)*
*बाद मरने के शरीर, तुरंत मिट्टी हो गया (मुक्तक)*
Ravi Prakash
"याद के जख्म"
Dr. Kishan tandon kranti
जिंदगी इम्तिहानों का सफर
जिंदगी इम्तिहानों का सफर
Neeraj Agarwal
शीर्षक -सावन में हरियाली!
शीर्षक -सावन में हरियाली!
Sushma Singh
Loading...