Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Sep 2024 · 1 min read

वक़्त के साथ

वक़्त के साथ सब बदलता है,
हमको हैरत हुई नही होगी।
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 11 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
“तुम हो जो इतनी जिक्र करते हो ,
“तुम हो जो इतनी जिक्र करते हो ,
Neeraj kumar Soni
सुबह -सुबह
सुबह -सुबह
Ghanshyam Poddar
आने वाले सभी अभियान सफलता का इतिहास रचेँ
आने वाले सभी अभियान सफलता का इतिहास रचेँ
इंजी. संजय श्रीवास्तव
आपके स्वभाव की सहजता
आपके स्वभाव की सहजता
Dr fauzia Naseem shad
जिंदगी से निकल जाने वाले
जिंदगी से निकल जाने वाले
हिमांशु Kulshrestha
स्त्री ने कभी जीत चाही ही नही
स्त्री ने कभी जीत चाही ही नही
Aarti sirsat
*माटी कहे कुम्हार से*
*माटी कहे कुम्हार से*
Harminder Kaur
प्रकृति ने चेताया जग है नश्वर
प्रकृति ने चेताया जग है नश्वर
Buddha Prakash
माँ जब भी दुआएं देती है
माँ जब भी दुआएं देती है
Bhupendra Rawat
खो गए हैं ये धूप के साये
खो गए हैं ये धूप के साये
Shweta Soni
गृहस्थ के राम
गृहस्थ के राम
Sanjay ' शून्य'
जो लोग ये कहते हैं कि सारे काम सरकार नहीं कर सकती, कुछ कार्य
जो लोग ये कहते हैं कि सारे काम सरकार नहीं कर सकती, कुछ कार्य
Dr. Man Mohan Krishna
प्रिये
प्रिये
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
राजनीति में शुचिता के, अटल एक पैगाम थे।
राजनीति में शुचिता के, अटल एक पैगाम थे।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
..
..
*प्रणय प्रभात*
तुम बदल जाओगी।
तुम बदल जाओगी।
Rj Anand Prajapati
प्रेम करने आता है तो, प्रेम समझने आना भी चाहिए
प्रेम करने आता है तो, प्रेम समझने आना भी चाहिए
Anand Kumar
शून्य ....
शून्य ....
sushil sarna
मोहब्बत से जिए जाना ज़रूरी है ज़माने में
मोहब्बत से जिए जाना ज़रूरी है ज़माने में
Johnny Ahmed 'क़ैस'
स्नेह का बंधन
स्नेह का बंधन
Dr.Priya Soni Khare
!...............!
!...............!
शेखर सिंह
ऐ मेरी जिंदगी
ऐ मेरी जिंदगी
पूनम कुमारी (आगाज ए दिल)
3522.🌷 *पूर्णिका* 🌷
3522.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
राह के कंकड़ अंधेरे धुंध सब छटती रहे।
राह के कंकड़ अंधेरे धुंध सब छटती रहे।
सत्य कुमार प्रेमी
तब तो मेरा जीवनसाथी हो सकती हो तुम
तब तो मेरा जीवनसाथी हो सकती हो तुम
gurudeenverma198
मुझमें गांव मौजूद है
मुझमें गांव मौजूद है
अरशद रसूल बदायूंनी
"रियायत"
Dr. Kishan tandon kranti
वेद पुराण और ग्रंथ हमारे संस्कृत में है हर कोई पढ़ा नही पाएं
वेद पुराण और ग्रंथ हमारे संस्कृत में है हर कोई पढ़ा नही पाएं
पूर्वार्थ
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मज़बूत होने में
मज़बूत होने में
Ranjeet kumar patre
Loading...