वक़्त आज तेजी से बदल रहा है…
वक़्त आज तेजी से बदल रहा है…
इस बात को नहीं कोई समझ रहा है…
वक़्त के हिसाब से खुद को ढालना चाहिए,
आज क्यों कोई घिसी-पिटी बातों पे अड़ रहा है।
…. अजित कर्ण ✍️
वक़्त आज तेजी से बदल रहा है…
इस बात को नहीं कोई समझ रहा है…
वक़्त के हिसाब से खुद को ढालना चाहिए,
आज क्यों कोई घिसी-पिटी बातों पे अड़ रहा है।
…. अजित कर्ण ✍️