वंदे आंखें खोल
मत वेअदवी कर मेरी, वंदे आंखें खोल
मत नाली बहा मुझे, नहीं सड़क पर ढोल
जहरीला मत बना मुझे, वंदे जहर न घोल
बूंद बूंद को तरस जाएगा, क्यों न जाने मोल
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मत वेअदवी कर मेरी, वंदे आंखें खोल
मत नाली बहा मुझे, नहीं सड़क पर ढोल
जहरीला मत बना मुझे, वंदे जहर न घोल
बूंद बूंद को तरस जाएगा, क्यों न जाने मोल
सुरेश कुमार चतुर्वेदी