वंदेमातरम
अब आज निभाई है किसी ने,शौर्य सम्पदा की गाथा!
अब हर भारतवंशी टेकेगा भारत मा के चरणो मे माथा!!
हम सनातन संस्कँति के रखवाले क्यू यह अपमान सहे?
चँदन-वंदन से सुप्रभात,राम-कृष्ण के आगे टेकै माथा!!
“वंदेमातरम” की गूज अब हर गली-मौहल्लौ मे गूजेगी!
“वसुधैव कुटुम्कम” के स्वर से ही चौडा हो जाए माथा!!
अपनै भीतर का ब्रह्म जगाओ,कहँ| खो गया इतिहास?
तुम्हारे पूर्वज थे सनातन अनुयायी,तो झुक जाए माथा!!
सर्वाधिकार सुरछित मौलिक रचना
बोधिसत्व कस्तूरिया एडवोकेट ,कवि,पत्रकार
202 नीरव निकुज,सिकन्दरा,आगरा-282007
,9412443093