Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Sep 2021 · 1 min read

वंदना

विषय:वंदना
हे ईश्वर मैं करूँ कामना
दुख मेरे सब हरना
हर सुबह तुम सुहानी लाना
खुशियां मेरी झोली में भरना।
हम सब बालक तेरे नादान
हम न करे कभी अभिमान
बस ये देना वरदान
तुम्हारा रहे सदा दिल मे स्थान।
सब के लिए बस खुशियाँ लाना
पल पल सबका साथ निभाना
हर चेहरे पर हंसी सजाना
कभी किसी को मत रुलाना।
हर आँगन में फूल खिलाना,
सब मे बस प्यार बरसाना
रोते हुए को सदा ही हँसाना.
अपने जो रूठे उन्हें मनाना।
जो खो गए तुम उन्हें मिलाना,
प्यारी सुबह तुम लेकर आना,
जीवन मे खुशिया बरसाना
साथ हमेशा मेरा निभाना।
डॉ मंजु सैनी
गाजियाबाद

Language: Hindi
1 Like · 386 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Manju Saini
View all
You may also like:
अनपढ़ व्यक्ति से ज़्यादा पढ़ा लिखा व्यक्ति जातिवाद करता है आ
अनपढ़ व्यक्ति से ज़्यादा पढ़ा लिखा व्यक्ति जातिवाद करता है आ
Anand Kumar
জপ জপ কালী নাম জপ জপ দুর্গা নাম
জপ জপ কালী নাম জপ জপ দুর্গা নাম
Arghyadeep Chakraborty
#शेर-
#शेर-
*प्रणय प्रभात*
दहेज ना लेंगे
दहेज ना लेंगे
भरत कुमार सोलंकी
माँ
माँ
meena singh
बस यूं बहक जाते हैं तुझे हर-सम्त देखकर,
बस यूं बहक जाते हैं तुझे हर-सम्त देखकर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
राज जिन बातों में था उनका राज ही रहने दिया
राज जिन बातों में था उनका राज ही रहने दिया
कवि दीपक बवेजा
गाछ सभक लेल
गाछ सभक लेल
DrLakshman Jha Parimal
भाव  पौध  जब मन में उपजे,  शब्द पिटारा  मिल जाए।
भाव पौध जब मन में उपजे, शब्द पिटारा मिल जाए।
शिल्पी सिंह बघेल
करम के नांगर  ला भूत जोतय ।
करम के नांगर ला भूत जोतय ।
Lakhan Yadav
कविता : चंद्रिका
कविता : चंद्रिका
Sushila joshi
चिंतन और अनुप्रिया
चिंतन और अनुप्रिया
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
जाना ही होगा 🙏🙏
जाना ही होगा 🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मौन
मौन
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
अध्यापिका
अध्यापिका
Shashi Mahajan
सब कुछ खत्म नहीं होता
सब कुछ खत्म नहीं होता
Dr. Rajeev Jain
कांग्रेस की आत्महत्या
कांग्रेस की आत्महत्या
Sanjay ' शून्य'
"बचपन याद आ रहा"
Sandeep Kumar
*जी रहें हैँ जिंदगी किस्तों में*
*जी रहें हैँ जिंदगी किस्तों में*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
दादा का लगाया नींबू पेड़ / Musafir Baitha
दादा का लगाया नींबू पेड़ / Musafir Baitha
Dr MusafiR BaithA
2868.*पूर्णिका*
2868.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*अपना है यह रामपुर, गुणी-जनों की खान (कुंडलिया)*
*अपना है यह रामपुर, गुणी-जनों की खान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
राणा सा इस देश में, हुआ न कोई वीर
राणा सा इस देश में, हुआ न कोई वीर
Dr Archana Gupta
अपना नैनीताल...
अपना नैनीताल...
डॉ.सीमा अग्रवाल
शाकाहार स्वस्थ आहार
शाकाहार स्वस्थ आहार
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
वो,
वो,
हिमांशु Kulshrestha
आखिर उन पुरुष का,दर्द कौन समझेगा
आखिर उन पुरुष का,दर्द कौन समझेगा
पूर्वार्थ
ताजन हजार
ताजन हजार
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
कुछ रिश्ते भी रविवार की तरह होते हैं।
कुछ रिश्ते भी रविवार की तरह होते हैं।
Manoj Mahato
आँसू छलके आँख से,
आँसू छलके आँख से,
sushil sarna
Loading...