लड़की को
लड़की को तो
लोगों ने
एक कागज का टुकड़ा
समझ लिया है
उस पर जो जी में आया वह
लिखा, कुरेदा, घिसा और
फाड़कर
कचरे के डिब्बे में
फेंक दिया
प्रेम के लिफाफे में
प्रेम भरा कोई
प्रेम पत्र आयेगा
इसकी तो अब कहीं कोई
गुंजाइश ही नहीं बची
अब तो उसकी उम्मीदों पर
कोई तेजाब के
छींटे मारेगा और
उसके सारे अरमानों को
एक पल में
धूं धूं करके
एक लकड़ी सा जलायेगा
बस यही उसके जीवन की कहानी की
कड़वी सच्चाई है
यही शुरुआत है और
यही अंत भी।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001