“लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल” (महान स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी)
सरदार वल्लभ का नाम था महान,
भारत की आज़ादी का था जिनमें अरमान।
लौह पुरुष का दिया उन्हें सम्मान,
बने आज़ादी के सच्चे प्रहरि-दान।
देश को जोड़ा उन्होंने संजीवनी सा,
रियासतों को मिलाया प्रेम और नीति सा।
देश की एकता में डाली उन्होंने जान,
उनके प्रयासों से जुड़ा सारा हिंदुस्तान।
खेड़ा और बारदोली की भूमि पर,
खेले सत्याग्रह का अनुपम मंजर।
अंग्रेज़ों के आगे न झुके, न डरे,
जनता के दिलों में सदा वो बसे।
गांधीजी के थे वो सच्चे साथी,
राष्ट्र के प्रति थी उनके दिल में भक्ति।
कभी न झुके, न खोया संयम,
दिखाया पूरे विश्व को भारतीय दम।
आज़ादी का स्वप्न उन्होंने सजाया,
भारत को फिर से स्वतंत्र बनाया।
संविधान सभा में भी योगदान उनका,
हर भारतीय की आंखों में सपना सजाया।
उनके साहस की गाथा है अमर,
भारत माता के वो सच्चे वीर।
हम सब पर है उनका आशीर्वाद,
उनके कर्तव्यों का है यह प्रसाद।
उनकी दृढ़ता और नेतृत्व महान,
रखें सदा हमें एकता की राह पर अडिग।
सरदार वल्लभभाई की जीवन प्रेरणा,
हमारे लिए वो हैं सदा पूज्यनीय धरोहर।
©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”
बिलासपुर, छत्तीसगढ़