Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Oct 2021 · 2 min read

लो अब निषादराज का भी रामलोक गमन

निषाद राजा भी चले, आज राम के लोक
दिव्य पुरुष को यादकर, हम सब करते शोक

लंकापति रावण अरविन्द त्रिवेदी जी के बाद, अब निषादराज चंद्रकांत पंड्या जी का भी रामलोक गमन हो गया है। दोनों गुजराती मित्रों ने एक साथ कई नाटकों में काम किया। मशहूर निर्माता, निर्देशक व लेखक स्व. रामानंद सागर जी के निर्देशन में बनी ‘रामायण’ में निषाद राज की भूमिका निभाई थी। पंड्या जी छियत्तर साल के थे।

गुजरात के बनासकांठा जिले के भीलड़ी गांव में उनका जन्म 1 जनवरी 1946 ई. को हुआ था। उनके पिता एक व्यवसायी थें, जो गुजरात से मुंबई आ गए थे। चंद्रकांत का बचपन मुंबई में ही बीता और अपनी पढ़ाई भी उन्होंने मुंबई में ही पूरी की। रामायण धारावाहिक के अलावा तकरीबन 100 गुजराती फिल्मों और अनेक टी.वी. धारावाहिकों में चंद्रकांत जी ने काम किया था।

उन्हें सर्वप्रथम सुअवसर गुजराती फिल्म “कडू मकारनी” में मिला था। ‘कडू मकारनी’ में काम कर पंड्या गुजराती फिल्म इंडस्ट्री के बड़े एक्टर में शुमार हो गए। बचपन से ही एक्टिंग में चंद्रकांत की गहरी रुचि थी। ऐसे में उनकी मुलाकात श्री अरविंद त्रिवेदी से एक नाटक के ही दौरान हुई थी। दोनों ने एक साथ कई नाटकों में काम किया। इस तरह गुजराती थियटर को भी उन्होंने एक नई ऊंचाई दी।

धारावाहिक ‘रामायण’ में चंद्रकांत पंड्या ने भगवान राम के मित्र का किरदार निभाया था। जिसने उन्हें देश-विदेश में लोकप्रिय कर दिया था। अब उनके निधन की ख़बर से टी.वी. फ़िल्म व थिएटर की दुनिया में शोक की लहर है। सोशल मिडिया की सभी वेबसाइट में इस कलाकार को सब अपने-अपने तरीक़े से श्रृद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। उत्तरांचली साहित्य संस्थान भी अपनी गहरी संवेदनाएँ व्यक्त करता है और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता है।

•••

Language: Hindi
Tag: लेख
3 Likes · 5 Comments · 524 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
View all
You may also like:
#Motivational quote
#Motivational quote
Jitendra kumar
" हुनर "
Dr. Kishan tandon kranti
तुम मुझसे ख़फ़ा हो गए हो
तुम मुझसे ख़फ़ा हो गए हो
शिव प्रताप लोधी
"हादसों से हम सीखते नहीं हैं ll
पूर्वार्थ
* मन में उभरे हुए हर सवाल जवाब और कही भी नही,,
* मन में उभरे हुए हर सवाल जवाब और कही भी नही,,
Vicky Purohit
नहीं रखा अंदर कुछ भी दबा सा छुपा सा
नहीं रखा अंदर कुछ भी दबा सा छुपा सा
Rekha Drolia
अतीत - “टाइम मशीन
अतीत - “टाइम मशीन"
Atul "Krishn"
मोहब्बत
मोहब्बत
निकेश कुमार ठाकुर
रास्तों पर चलने वालों को ही,
रास्तों पर चलने वालों को ही,
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
प्रीत तुझसे एैसी जुड़ी कि
प्रीत तुझसे एैसी जुड़ी कि
Seema gupta,Alwar
3523.🌷 *पूर्णिका* 🌷
3523.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
बिना साधना के भला,
बिना साधना के भला,
sushil sarna
शिखर के शीर्ष पर
शिखर के शीर्ष पर
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
मेरा लड्डू गोपाल
मेरा लड्डू गोपाल
MEENU SHARMA
रोते हुए को हॅंसाया जाय
रोते हुए को हॅंसाया जाय
Mahetaru madhukar
आईना
आईना
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
लेखक कि चाहत
लेखक कि चाहत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कथनी और करनी
कथनी और करनी
Davina Amar Thakral
जितनी मेहनत
जितनी मेहनत
Shweta Soni
लोग तुम्हे जानते है अच्छी बात है,मायने तो यह रखता है की आपको
लोग तुम्हे जानते है अच्छी बात है,मायने तो यह रखता है की आपको
Rj Anand Prajapati
दिल से करो पुकार
दिल से करो पुकार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
!.........!
!.........!
शेखर सिंह
हैं श्री राम करूणानिधान जन जन तक पहुंचे करुणाई।
हैं श्री राम करूणानिधान जन जन तक पहुंचे करुणाई।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
नज़्म तुम बिन कोई कही ही नहीं।
नज़्म तुम बिन कोई कही ही नहीं।
Neelam Sharma
लड़ी अवंती देश की खातिर
लड़ी अवंती देश की खातिर
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
रामधारी सिंह दिवाकर की कहानी 'गाँठ' का मंचन
रामधारी सिंह दिवाकर की कहानी 'गाँठ' का मंचन
आनंद प्रवीण
#खुलीबात
#खुलीबात
DrLakshman Jha Parimal
बहुत फ़र्क होता है जरूरी और जरूरत में...
बहुत फ़र्क होता है जरूरी और जरूरत में...
Jogendar singh
*आओ गाओ गीत बंधु, मधु फागुन आया है (गीत)*
*आओ गाओ गीत बंधु, मधु फागुन आया है (गीत)*
Ravi Prakash
#ग़ज़ल :--
#ग़ज़ल :--
*प्रणय*
Loading...