– लोग दिखावे में मर रहे –
– लोग दिखावे में मर रहे –
दिखावे में ना जाने क्या से क्या कर रहे,
लोन लेकर गाड़ी चला रहे जीवन की,
कर्ज में दिनो दिन डूबकर यू ही बेमौत मर रहे,
अपने नालायको को लायक वधु मिल जाए,
इसलिए दिखावा कर रहे,
युवतियां भी अब फैशन में,
फिजूल खर्ची में उलझ रही ,
माता पिता को धोखा देकर बायफ्रेंड संग झूम रही,
खर्चा ब्रायफ्रेड करे वो कर्ज में दब रहा,
खर्चा करके गर्ल फ्रेंड को पत्नी बनाकर ला रहा,
पापा की परिया भी उसके घर में फिर तबाही ला रही,
खर्चे करती मंहगी साड़ियों के,
करती नही सास ससुर की सेवा,
तलाक के मुद्दे वो बढ़ा रही,
बाद में पता है सबको सब दिखावे में मर रहे,
भरत कहता है आप सभी से दिखावा मत कर यार,
गहलोत तेरे जितनी चादर है उतने ही तू पांव पसार,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान
संपर्क -7742016184