लोग जो पीते हैं शराब, जाकर मयखानें
लोग जो पीते हैं शराब, जाकर मयखानें।
उनको रहे होश अदब का तो, हम जानें।।
लोग जो पीते हैं शराब———————–।।
दिखाते हैं जोश जवानी का, जो इस तरहां।
उनको रहे होश शराफत का तो, हम जानें।।
लोग जो पीते हैं शराब———————।।
हंसते हैं जो लोग, किसी बेबस की दशा पर।
हंसे वो अपनी बर्बादी पर तो, हम जानें।।
लोग जो पीते हैं शराब———————-।।
छुपाते हैं जो अपनी हकीकत और कहानी।
देखें वो अपनी फजीहत तो, हम जानें।।
लोग जो पीते हैं शराब——————-।।
आती नहीं जिनको शर्म, लूटकर मासूमों को।
देखें वो लुटता अपना घर तो, हम जानें।।
लोग जो पीते हैं शराब———————-।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)