#रुबाई
लोग चले जाते हैं , अंदाज़ नहीं मरते।
जो दिल से निकले हों , अल्फाज़ नहीं मरते।।
कर्मों का साँचा हो , गीत ग़ज़ल-सा ‘प्रीतम’,
सुर में ढ़ल जाएँँ जो , वो साज़ नहीं मरते।।
साज़-मेलजोल
RIP इरफ़ान खान और ऋषि कपूर
आर.एस. ‘प्रीतम’
लोग चले जाते हैं , अंदाज़ नहीं मरते।
जो दिल से निकले हों , अल्फाज़ नहीं मरते।।
कर्मों का साँचा हो , गीत ग़ज़ल-सा ‘प्रीतम’,
सुर में ढ़ल जाएँँ जो , वो साज़ नहीं मरते।।
साज़-मेलजोल
RIP इरफ़ान खान और ऋषि कपूर
आर.एस. ‘प्रीतम’