लोकतंत्र का मज़ाक
उठे हुए सिरों को
कुचल दिया जाता है!
झुके हुए सिरों को
फ़ज़ल दिया जाता है!!
शाह और मुंसिफ की
मिलीभगत से कैसे
वाजिब फ़ैसलों को
बदल दिया जाता है!!
#जयभिम #हल्ला_बोल #लोकतंत्र #अदालत
उठे हुए सिरों को
कुचल दिया जाता है!
झुके हुए सिरों को
फ़ज़ल दिया जाता है!!
शाह और मुंसिफ की
मिलीभगत से कैसे
वाजिब फ़ैसलों को
बदल दिया जाता है!!
#जयभिम #हल्ला_बोल #लोकतंत्र #अदालत